रोपवे के जून में चालू होने की संभावना है माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए रोपवे |
माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए रोपवे का परीक्षण 25 मई से जम्मू कश्मीर के रिआसी जिले में त्रिकुटा पहाड़ी में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए रोपवे का प्रायोगिक परीक्षण 25 मई से शुरू होगा और 20 दिनों तक चलेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 मई को ताराकोटे मार्ग का उद्घाटन करेंगे.वैष्णो देवी यात्रा में यह सबसे सीधी चढ़ाई है, श्राइन बोर्ड भैसमुद्र तल से 6619 फिट की ऊंचाई पर भवन से करीब तीन किलोमीटर की सीधी और कठिन चढ़ाई करके भैरोनाथ के मंदिर में पहुंचा जाता है।परिसर यात्रियों के लिए इस मार्ग पर घोड़े भी चलते हैं।रोनाथ के मंदिर में भक्तों की संख्या को बढ़ाने और यात्रा को सरल करने के उद्देश्य से रोपवे का निर्माण करवा रहा है। रोपवे स्थल से सीधे मां के भवन के दर्शन होंगे। रोपवे में प्रति एक घंटे में आठ सौ यात्रियों को मंदिर तक ले जाने की क्षमता होगी। इसमें एक ही बार मात्र चार मिनट में हवाई रूट से 42-45 यात्री जा सकेंगे।यात्रियों को भैरोनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए सीधी चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी। श्री माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा से श्रद्धालु बाणगंगा, चरण पादुका, अर्द्ध कुंवारी, हिमकोटि, सांझी छत से होते हुए समुद्र तल से 5200 फिट की ऊंचाई पर 13 किलोमीटर का सफर तय कर वैष्णो देवी के भवन में पहुंचते हैं।अधिकांश यात्री छह किलोमीटर का सफर कर अर्द्ध कुंवारी से नए ट्रैक के जरिये भवन तक पहुंचते हैं। लेकिन काफी श्रद्धालु अर्द्ध कुंवारी से पुराने ट्रैक से ही हाथी मत्था की चढ़ाई तय करते हुए भवन तक पहुंचते हैं।
श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड अतिरिक्त सीईओ डॉ. एम के कुमार -प्रायोगिक परीक्षण 15 जून तक चलेगा और इस दौरान सुरक्षा और आपात तंत्र सहित विभिन्न पहलुओं का मूल्यांकन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बुधवार को मार्ग पर आंशिक परीक्षण किया गया और यह सफल रहा.