रॉकी मित्तल द्वारा मामला उछालने के बाद सुरजेवाला पहुंचे विधानसभा  – रॉकी मित्तल इसे हरियाणा एक और सुधार की एक और उपलब्धि बता रहे हैं

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रॉकी मित्तल द्वारा मामला उछालने के बाद सुरजेवाला पहुंचे विधानसभा

– रॉकी मित्तल इसे हरियाणा एक और सुधार की एक और उपलब्धि बता रहे हैं

 

चंडीगढ़ : एक और सुधार के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रॉकी मित्तल द्वारा रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ मामला उछालने का असर शुक्रवार को विधानसभा में देखा गया। रॉकी मित्तल के लगातार हमलों और कई मामले उछालने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता और कैथल से विधायक रणदीप सुरजेवाला विधानसभा में उपस्थित दिखे। वहीं दूसरी तरफ रॉकी मित्तल ने खुशी जताते हुए कहा कि इससे साबित होता है कि रणदीप सुरजेवाला गलत कर रहे थे। रणदीप सुरजेवाला पिछले पांच साल में महज 5 बार ही विधानसभा आए थे। रॉकी मित्तल ने कहा कि यह मुख्यमंत्री मनोहर लाल के डीम प्रोजेक्ट एक और सुधार की एक और कामयाबी है।

 

रॉकी मित्तल ने चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस कर रणदीप सुरजेवाला पर आरोप लगाया था कि सुरजेवाला पिछले पांच साल में 5 बार ही विधानसभा में उपस्थित हुए और सैलरी के अलावा उन्होंने 60 लाख रुपये तमाम अलाउंस के तौर पर हरियाणा सरकार से झटके हैं। रॉकी मित्तल का आरोप था कि जब सुरजेवाला विधानसभा आते ही नहीं हैं, जनता के मुद्दे उठाते ही नहीं है, कैथल की पब्लिक व अधिकारियों से मिलते ही नहीं है तो फिर इतने अलाउंस किस बात के ले रहे हैं। इसके अलावा घूमने फिरने के नाम पर उन्होंने 13 लाख रुपये सरकारी खजाने से हड़प लिए।

 

इससे पहले भी रॉकी मित्तल ने रणदीप सुरजेवाला पर कई तीखे हमले किए थे। कैथल विधानसभा से भाजपा की तरफ से टिकट पाने के प्रबल दावेदार रॉकी मित्तल ने इससे पहले रणदीप सुरजेवाला से उनके हलके की गतिविधियों को लेकर दस सवाल भी दागे थे जिनका जवाब सुरजेवाला आज तक नहीं दे पाए। रॉकी मित्तल का कहना है कि पिछले पांच सालों में कैथल क्षेत्र में रणदीप सुरजेवाला शनिवार रविवार को ही आते हैं। जनता से मिलते नहीं हैं और छुट्टी वाले दिन अधिकारी मौजूद नहीं होते हैं। कैथल की जनता के मुद्दे पिछले पांच साल में पांच बार भी विधानसभा में नहीं उठाए गए। रॉकी मित्तल का कहना कि जनता ने विधायक चुनकर सुरजेवाला को यह जिम्मेदारी दी है कि उनके इलाके की समस्याओं को विधानसभा में उठाए लेकिन सुरजेवाला तो यहां पर अलाउंस के नाम पर लाखों रुपये वसूल कर राहुल गांधी का ऑफिस संभाल रहे हैं और जनता यहां बेबस घूम रही है।

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