इंजेक्शन की सिरींज ने ही उसे सलाखों के पीछे पहुंचाया.तीन-तीन घंटे के अंतराल से तीन बार रेप किया
बच्ची ने उससे कहा “अंकल मुझे घर छोड़ दो, लेकिन इस दरिंदे ने उसे घर छोड़ने की बजाय उसके साथ फिर से रेप किया”.
बच्ची को लगाया था घोड़ों को बेहोश करने वाला इंजेक्शन, तीन बार रेप के बाद रेता गला पुलिस ने जब मामले की तफ्तीश शुरू की तो आरोपी हर जगह पुलिस के सामने ही मौजूद रहा, लेकिन शक के दायरे में नहीं आया. बच्ची को लगाए गए इंजेक्शन की सिरींज ने ही उसे सलाखों के पीछे पहुंचाया.
पुलिस की गिरफ्त में आए इस दरिंदे ने किस प्रकार छह साल की मासूम के साथ हैवानियत की, वह बताने में भी उसे कोई हिचकिचाहट नहीं थी. उसने इतनी आसानी के साथ पूरी वारदात को बता दिया कि मानो उसने कोई गुनाह किया ही नहीं.।
हरियाणा के यमुनानगर के बेलगढ़ में छह साल की मासूम के साथ हैवानियत के बाद उसकी हत्या करने वाले दरिंदे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने बताया कि उसने घोड़ों को बेहोश करने के लिए लगाया जाने वाला इंजेक्शन बच्ची को लगाया था. जिससे बच्ची बेहोश हो गई. इसके बाद तीन-तीन घंटे के अंतराल से तीन बार रेप किया था. इसके बाद उसने लोहे की पत्ती से बच्ची का गला रेत डाला.
पुलिस ने जब मामले की तफ्तीश शुरू की तो आरोपी हर जगह पुलिस के सामने ही मौजूद रहा, लेकिन शक के दायरे में नहीं आया. बच्ची को लगाए गए इंजेक्शन की सिरिंज ने ही उसे सलाखों के पीछे पहुंचाया.
दरअसल रविवार की दोपहर को यमुनानगर के बेलगढ़ स्थित पूर्व मंत्री निर्मल सिंह के फार्म हाउस पर छह साल की मासूम बच्ची का शव खून से लथपथ एक खाई में पड़ हुआ था. लोगों की भीड़ भी लगी हुई थी और उसी भीड़ में यह दरिंदा भी शामिल होकर बच्ची के साथ हुई हैवानियत और कत्ल पर अफसोस जाहिर कर रहा था.
देवी दास नामक यह व्यक्ति राजस्थान के जैसलमेर का रहने वाला है. देवी दास पिछले कई सालों से निर्मल सिंह के फार्म हाउस पर वेटरनरी डॉक्टर के साथ सहायक के तौर पर काम करता आ रहा था. उसे यह भी पता था कि कौन सी दवाई किस काम आती है और इस वारदात को अंजाम देने के लिए भी देवी दास ने एक इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जो कि घोड़ों को बेहोश करने के लिए लगाया जाता है.
देवी ने बच्ची को खाई में ले जाकर जैसे ही इंजेक्शन लगाया, बच्ची बेसुध हो गई. इसके बाद उसने करीब सुबह करीब 11 बजे बच्ची के साथ रेप किया. इस वारदात को अंजाम देने पर देवी के कपड़े खून से लथपथ हो गए थे. वह बच्ची को वहीं छोड़ कर अपने कमरे की ओर चल दिया. बीच रास्ते में ही उसने कपड़ों पर लगे खून को पानी से धो डाला.
कमरे पर आने के तीन घंटे के बाद वह फिर उसी जगह गया, जहां बच्ची बेसुध पड़ी थी. उसने फिर से बच्ची के साथ हैवानियत की और फिर से कमरे पर लौट आया. रात करीब आठ बजे फिर मौके पर गया और देखा कि बच्ची को होश तो आ गया, लेकिन उसके जिस्म में हरकत नहीं है. बच्ची ने उससे कहा “अंकल मुझे घर छोड़ दो, लेकिन इस दरिंदे ने उसे घर छोड़ने की बजाय उसके साथ फिर से रेप किया.
यह सब करने के बाद जब देवी को बच्ची ने फिर से घर छोड़ने की बात कही”
देवी को लगा कि बच्ची यह सब घर पर बता देगी. यह खयाल आते ही उसने लोहे के एक पत्तीनुमा चाकू से बच्ची के गले को रेत दिया और शव को वही फेंक कर कमरे में चला गया.