हमें तो बस सिर्फ इतना ही कहना है की सरकार ने यह नारा क्यों दिया बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ जो सरकार बेटी बचा ही नहीं सकती ऐसे नारे बदल देना देना चाहिए.
दोनों फैमिली की लाइफ तो खत्म हो ही चुकी है यह तो एक तरह से मर्डर है
हम तो फाइट कर रहे हैं मीडिया ना कोई गवर्नमेंट और ना ही कोई और हमारी बेटी को वापस ला सकता है
हम तो उनके लिए फाइट करें हैं जो ईमानदार हैं और जो ईमानदारी और अपने कर्तव्य के लिए काम कर रहा है
उनको मारो न बेदर्दी से हम ने बेटी को पढ़ाया लिखाया और उसपर हमें गर्व है
सरकार अपना काम कर रही है और मुझे उम्मीद है कि मुझे न्याय मिलेगा
हमारे देश में डीऔरलाइंस किए जाते हैं ये पंजाब मैं तालिबान और अफगानिस्तान से ज्यादा बुरा हाल हो गया है अफगानिस्तान तालिबान में सर ढक कर गोली मारी जाती है पंजाब में तो नारी के छाती में गोली मारी जाती है इतना बुरा हाल तो नहीं होना चाहिए।
पंजाब में लोग बाहर बसे हैं जो विश्व में भूखे को रोटी और लोगों की जान बचा चाह रहे हैं उन्हीं के लोगों घर में दफ्तर मैं घुसकर मार दीया।
जिस देश में ऐसा होने लगे इस देश में क्या संविधान और क्या देश का होगा हम कह नहीं सकते ।
कभी किसी के साथ ऐसा ना दुश्मन के घर में भी ना हो
मुझे बहुत ही दुख हो रहा है बहुत लोग मिलने आए मगर हमारे डिपार्ट मेरी बेटी केही डिपार्टमेंट वाले मैं तो घर पर आए ना तो उन्होंने कोई संवेदना व्यक्त की इसका मुझे बहुत दुख है
दवा की दुकान का लाइसेंस किया था कैंसिल, महिला ड्रग्स ऑफिसर की हत्या पंजाब के खरड़ में ड्रग्स ऑफिसर नेहा शौरी हत्या से हर कोई सन्न है। 10 साल पुरानी रंजिश के चलते जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात महिला अधिकारी नेहा शौरी की हत्या कर दी गई।
इस हत्याकांड से पूरे देश में रोष है। सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। लोग उनके लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं। 2009 में ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर रहने के दौरान नेहा ने आरोपी की दवा की दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया था। इसके बाद आरोपी नेहा से रंजिश रखने लगा था।
नेहा को लगी तीन गोली, मौके पर मौत-
शुक्रवार सुबह जब नेहा खरड़ स्थित अपने दफ्तर में मौजूद थीं। आरोपी बलविंदर सिंह सुबह 11 बजकर 40 मिनट में उनके कार्यालय में घुसकर पॉइंट 32 बोर लाइसेंसी रिवॉल्वर से तीन गोलियां मारकर उनकी हत्या कर दी। आरोपी बलविंदर बैग में रिवॉल्वर लेकर आया था।
बताया जा रहा है कि घटना के समय कार्यालय में एक ही सिक्योरिटी गार्ड तैनात था लेकिन वह बलविंदर को देख नहीं पाया था। हमलावर ने नेहा पर तीन गोलियां दागी। एक गोली नेहा के सीने पर, दूसरी चेहरे और तीसरी कंधे पर लगी। नेहा की मौके पर ही मौत हो गई थी।
जांच में जुटी पुलिस-
2016 से जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर नेहा तैनात थीं। पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि 2009 में नेहा ने आरोपी बलिंदर की दवा की दुकान पर छापा मारा था। उसकी दुकान से नेहा ने कथित रूप से नशीली दवाएं बरामद की थीं। इसके बाद नेहा ने उसका लाइसेंस रद्द कर दिया था। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने महिला अधिकारी की हत्या की जांच के आदेश दिए हैं।
केमिस्ट शॉप का लाइसेंस कैंसिल करने पर महिला ड्रग इंस्पेक्टर की हत्या, भीड़ ने पकड़ा तो आरोपी ने किया सुसाइड
ड्रग एंड फूड कंट्रोल की लेबोरेटरी में घुसकर आरोपी ने दिया वारदात को अंजाम
भीड़ ने जब आरोपी को पकड़ा तो उसने गन निकालकर अपने सीने में गोली मार ली
मोहाली. यहां शुक्रवार को ड्रग एंड फूड कंट्रोल की लेबोरेटरी में घुसकर एक व्यक्ति ने महिला ड्रग इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे आरोपी को ऑफिस के बाहर भीड़ ने पकड़ लिया। इसके बाद आरोपी ने पिस्टल से खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी की मोरिडा में केमिस्ट की दुकान थी, और महिला ड्रग इंस्पेक्टर ने उसका लाइसेंस कैंसिल कर दिया था।
जानकारी के मुताबिक, मोहाली के खरड़ इलाके में ड्रग एंड फूड कंट्रोल की लेबोरेटरी है। यहां नेहा शौरी (40) बतौर ड्रग इंस्पेक्टर कार्यरत थी। दोपहर को बलविंदर (56) नाम का व्यक्ति ऑफिस में घुसा। उसने नेहा शाैरी को निशाना बनाकर गोली मार दी। ऑफिस में गोली चलने से हड़कंप मच गया।
आरोपी बलविंदर वारदात को अंजाम देने के बाद भागने लगा तो बाहर भीड़ ने उसे पकड़ लिया। इस दौरान उसने अपने सीने में गन सटाकर गोली मार दी। वहां मौजूद लोग नेहा को मैक्स अस्पताल ले गए, वहीं आरोपी को दूसरे अस्पताल ले जाया गया। जहां, इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में बलविंदर की मोरिडा इलाके में केमिस्ट की शॉप थी, जिसका लाइसेंस मृतका ने कैंसिल कर दिया था। इसी बात से वह परेशान था और उसने हत्याकांड को अंजाम दिया। फिलहाल, पुलिस ऑफिस स्टॉफ से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।