Hit and Run Case Protest: हिट एंड रन कानून के खिलाफ प्रदर्शन उग्र, मैनपुरी में ट्रक चालकों और पुलिस की झड़प; चले ईंट-पत्थर
हिट एंड रन कानून में सजा को सख्त किए जाने के विरोध में वाहन चालकों की हड़ताल का आज दूसरा दिन है। दिल्ली उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश बिहार उत्तराखंड समेत कई राज्यों में हड़ताल का असर दिखाई दे रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिट एंड रन मामलों को लेकर नए कानून के खिलाफ यूपी राज्य परिवहन के बस चालकों ने हड़ताल की।
हिट एंड रन कानून में सजा को सख्त किए जाने के विरोध में वाहन चालकों की हड़ताल का आज दूसरा दिन है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में हड़ताल का असर दिखाई दे रहा है।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में जिले में हड़ताल के दौरान चालकों ने पुलिस पर पथराव किया। हिट-एंड-रन कानून के खिलाफ ट्रक ड्राइवरों के विरोध प्रदर्शन के कारण छत्तीसगढ़ के रायपुर में लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। सुबह से ही पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें देखने को मिली।
जापान के एयरपोर्ट पर 2 विमानों की टक्कर, प्लेन में लगी भयानक आग, 379 यात्री
जापान के टोक्यो हानेडा हवाई अड्डे के रनवे पर मंगलवार को दो विमानों की टक्कर के बाद प्लेन में भयानक आग लग गई. विमान में 379 यात्री सवार थे. सभी यात्रिय… और चालक दल को बचा लिया गया है. जापानी न्यूज एजेंसी एनएचके के मुताबिक, एयरपोर्ट पर लैंडिंग के वक्त दो विमानों में टक्कर के बाद एक विमान रनवे पर ही धू-ध…कर जल गया. हवाईअड्डे के एक प्रवक्ता ने कहा कि घटना के बाद हानेडा ने सभी रनवे बंद कर दिए हैं. दो विमानों में से एक विमान जापान एयरलाइंस का जबकि दूसरा विमान कोस्ट गार्ड का बताया जा रहा है.
Ayodhya Ram Mandir: मंदिर के गर्भगृह में बालस्वरूप में विराजेंगे रामलला, जानिए उनकी पुरानी मूर्ति का क्या होगा
22 जनवरी को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला को विराजमान कराया जाएगा। राम मंदिर में रामलला की नई प्रतिमा स्थापित की जाएगी। ऐसा कहा जा रहा है कि राम मंदिर में विराजमान होने वाली भगवान राम की नई मूर्ति दुनिया की सबसे अनोखी मूर्ति होगी।22 जनवरी को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला को विराजमान कराया जाएगा, जिसको लेकर अभी से तैयारियां जोरों पर हैं। सिर्फ अयोध्या ही नहीं पूरे देश में इसका अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। राम भक्तों के लिए यह बेहद ही खुशी का अवसर बनने जा रहा है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के कई दिग्गज नेता, अभिनेता, कलाकार व उद्योगपतियों को न्योता भेजा जा रहा है। पूरे अयोध्या को त्रेतायुग थीम से सजाया जा रहा है। वहीं राम मंदिर में रामलला की नई प्रतिमा स्थापित की जाएगी। ऐसा कहा जा रहा है कि राम मंदिर में विराजमान होने वाली भगवान राम की नई मूर्ति दुनिया की सबसे अनोखी मूर्ति होगी। ऐसे में चलिए जानते हैं कि रामलला की पुरानी मूर्ति का क्या होगा.रामलला की पुरानी मूर्ति का क्या होगा ?
मंदिर के गर्भगृह में रामलला की नई मूर्ति के साथ ही पुरानी मूर्ति को भी प्रतिष्ठित करने की योजना है। जानकारी के अनुसार नई मूर्ति को अचल मूर्ति कहा जाएगा, जबकि पुरानी मूर्ति उत्सव मूर्ति के तौर पर जानी जाएगी। साथ ही कहा जा रहा है कि बाद में उत्सवमूर्ति को श्रीराम से जुड़े सभी उत्सवों में विराजमान किया जाएगा। वहीं नई मूर्ति गर्भ गृह में भक्तों के दर्शन के लिए विराजमान रहेगी।
कैसी होगी रामलला की नई मूर्ति ?
राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की 51 इंच लंबी मूर्ति स्थापित की जाएगी, जिसमें रामलला बाल स्वरूप में होंगे। मूर्ति में रामलला को खड़े हुए दिखाया गया है। मंदिर के गर्भगृह में रामलला कमल के फूल पर विराजमान होंगे। कमल के फूल के साथ उनकी लंबाई करीब 8 फीट होगी।
त्रेतायुग थीम से सज रही है अयोध्या नगरी
त्रेतायुग में श्रीराम का जन्म अयोध्या के राजा दशरथ के घर ज्येष्ठ पुत्र के रूप में हुआ था। श्रीराम भगवान विष्णु जी के अवतार थे। इन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहा जाता है। ऐसे में पूरे अयोध्या को त्रेतायुग थीम से सजाया जा रहा है। सड़कों के किनारे सूर्य स्तंभ लगाए जा रहे हैं, जो भगवान राम के सूर्यवंशी होने के प्रतीक को दर्शाते हैं।
Ram Mandir: 50 KG सोने से मंडित होंगे भूतल के 14 दरवाजे, सर्वोत्तम मूर्ति की गर्भगृह में होगी प्राण प्रतिष्ठा
राम मंदिर में 50 किलो सोने से भूतल के 14 दरवाजे मंडित होंगे। जनवरी के पहले सप्ताह में दरवाजों को स्वर्ण जड़ित करने का काम पूरा हो जाएगा। वहीं, 10 जनवरी तक अचल मूर्ति के चयन का परिणाम सामने आ जाएगा। तीन मूर्तिकारों ने तीन मूर्तियां बनाई हैं। सर्वोत्तम मूर्ति की गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
दरवाजों को स्वर्ण जडि़त करने में जुटे एक कारीगर ने बताया कि दरवाजे सागौन की लकड़ी के हैं। इन पर पहले नक्काशी की गई है। फिर तांबे की चादर चढ़ाई गई है। इस पर 24 कैरेट सोने की परत चढ़ाई जा रही है। पांच जनवरी तक भूतल के सभी दरवाजों को स्वर्ण जड़ित करने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
वहीं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि राम जन्मभूमि परिसर में किसी भी प्रकार की खाद्य सामग्री का स्टॉल या दुकान नहीं होगी। यानि आपको यहां चाय की दुकान भी नहीं मिलेगी। परिसर को साफ-स्वच्छ रखने के लिए ऐसा निर्णय लिया गया है। अगले 25 सालों तक यहां कोई ऐसा कारोबार न बढ़े ताकि परिसर गंदगी से युक्त हो।
10 जनवरी तक सामने आएगा अचल मूर्ति के चयन का परिणाम
उधर, रामलला की अचल मूर्ति के चयन को लेकर ट्रस्ट के सभी सदस्यों ने शुक्रवार को गुप्त मतदान किया था। सभी सदस्यों ने मूर्ति को लेकर अपने-अपने विचार एक पर्ची में लिखकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चपंत राय को सौंप दिया है। ट्रस्ट के सूत्रों का कहना है कि अचल मूर्ति का परिणाम दस जनवरी तक आ सकता है।
रामलला श्याम या फिर श्वेत रंग के होंगे, इसकी घोषणा ट्रस्ट दस जनवरी तक कर सकता है। कर्नाटक के दो व राजस्थान के एक मूर्तिकार ने तीन अलग-अलग मूर्तियां बनाई हैं। इनमें से जो सर्वोत्तम होगी वह रामजन्मभूमि में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठित की जाएगी।
मूर्ति के चयन के लिए जिन्होंने गुप्त मतदान किया, उनमें ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि, महासचिव चंपत राय, राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, युगपुरुष स्वामी परमानंद, बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, डॉ. अनिल मिश्र, कामेश्वर चौपाल, महंत दिनेंद्र दास, आईएएस ज्ञानेश कुमार, प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, जिलाधिकारी नितीश कुमार शामिल रहे।
अधिवक्ता के परासरण व स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ की राय वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ली गई है। राममंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र का कहना है कि अचल मूर्ति पर अंतिम निर्णय ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि व महासचिव चंपत राय को लेना है।
सबसे पहले न्यूजीलैंड में नए साल की दस्तक, आतिशबाजी के साथ मनाया गया जश्न
Happy New Year 2024 Live Updates: साल 2023 अब खत्म होने वाला है। न्यूजीलैंड में नए साल का जश्न शुरू हो गया है। भारत और अन्य देशों में आज रात 12 बजे के बाद नए साल का जश्न मनाया जाएगा। इससे पहले सभी लोग इस बीते साल की अच्छी यादों को संजोने और बुरी यादों को भूलकर एक नए साल के स्वागत के लिए बेताब हैं। देशभर में नए साल के स्वागत के लिए तैयारी चल रही है।
पौधा खाते ही शरीर में पहुंचेगी कोरोना की वैक्सीन, अमेरिकी वैज्ञानिक डेवलप कर रहे है ऐसा प्लांट
फाइजर और मॉडर्ना ने mRNA तकनीक से तैयार की है अपनी कोविड की वैक्सीन
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक इसी mRNA को पौधों में पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं
वैक्सीन का नाम सुनते ही कई लोगों को इंजेक्शन का डर सताने लगता है। अमेरिका के वैज्ञानिक इसी डर को खत्म करने की कोशिश में जुटे हैं। वो ऐसा पौधा विकसित कर रहे हैं जिसे खाने के बाद इंसान में वैक्सीन पहुंच जाएगी। इसकी शुरुआत कोविड वैक्सीन से की जाएगी। आसान भाषा में समझें तो लोगों को पौधा खिलाकर कोविड की वैक्सीन दी जाएगी।
वैक्सीन वाले पौधे को अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया रिवरसाइड के शोधकर्ता विकसित कर रहे हैं। पौधे की मदद से कोरोना की mRNA वैक्सीन को इंसान में पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
पौधों में कैसे पहुंचेगी वैक्सीन, कैसे इसमें स्टोर होगी, वैक्सीन के इस नए तरीके के क्या फायदे होंगे और कितना कुछ बदलेगा, जानिए इन सवालों के जवाब….
सबसे पहले जानिए, कैसे काम करती है mRNA टेक्नोलॉजी से तैयार कोविड वैक्सीन
फाइजर और मॉडर्ना ने अपनी वैक्सीन को तैयार करने में mRNA तकनीक का इस्तेमाल किया है। इससे पहले तक इस तकनीक का इस्तेमाल कम ही किया जाता था। हाल में कोविड वैक्सीन तैयार करने के बाद इस तकनीक का इस्तेमाल बढ़ रहा है। कई कंपनियां फ्लू का टीका बनाने के लिए mRNAतकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं।
इस तकनीक से तैयार कोविड वैक्सीन रोगों से लड़ने वाले इम्यून सिस्टम को ट्रेनिंग देती है कि कोरोना वायरस का स्पाइक प्रोटीन कैसा होता है। इस ट्रेनिंग के बाद शरीर स्पाइक प्रोटीन को समझने के लायक बन जाता है। जब भी कोरोना शरीर को संक्रमित करता है तो इम्यून सिस्टम उस वायरस के स्पाइक प्रोटीन को पहचान लेता है और उसे खत्म करने की कोशिश करता है।
ऐसी वैक्सीन से कितना कुछ बदल जाएगा, अब यह समझिए
शोधकर्ताओं का कहना है, जिस तकनीक से फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना ने कोविड वैक्सीन तैयार की है, हम उसी तकनीक से वैक्सीन तैयार करके पौधे के जरिए इंसानों तक पहुंचाने की कोशिश में जुटे हैं।
पौधे आसानी से पच जाते हैं जबकि सिरिंज से वैक्सीन लेने के बाद साइड इफेक्ट का खतरा बना रहता है। पौधों के रूप में दी जाने वाली वैक्सीन का रख-रखाव और लाना-ले जाना आसान होगा। कम तापमान पर पौधों को रखने पर इसमें मौजूद वैक्सीन के खराब होने का खतरा भी नहीं होगा।
अगर यह प्रयोग सफल रहता है, निम्न आय वर्ग वाले देशों के लिए वैक्सीन वाला पौधा एक वरदान की तरह होगा। जहां कोविड की वर्तमान वैक्सीन के मुकाबले इन पौधों का स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन आसान होगा और खर्चा भी कम आएगा।
एक इंसान को वैक्सीन के लिए कितने पौधे चाहिए होंगे?
जवाब है, सिर्फ एक। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता जुआन पाब्लो कहते हैं, एक पौधा एक इंसान के लिए पर्याप्त mRNA का निर्माण करेगा और उसे वैक्सीनेट किया जा सकेगा। पौधे के जरिए वैक्सीन पहुंचना हमारा लक्ष्य है, इसके लिए हम अपने बगीचे में पालक और लेट्टुस उगा रहे हैं। किसान भी इसे पूरे खेत में उगा सकेंगे।
वैज्ञानिक पौधे के क्लोरोप्लास्ट में पहुंचाएंगे mRNA
शोधकर्ताओं का मानना है कि पौधों में मौजूद क्लोरोप्लास्ट mRNA को संभाल सकता है। इससे साफ है कि इसमें काफी क्षमता है। क्लोरोप्लास्ट है क्या, इसे भी समझते चलिए। दरअसल, पौधों का रंग जिस पिगमेंट के कारण हरा होता है, उसे ही क्लोरोप्लास्ट कहते हैं।
इस क्लोरोप्लास्ट में mRNA को कैसे पहुंचाया जाए और लम्बे समय तक सुरक्षित रखा जाए, वैज्ञानिकों की एक टीम में इसका पता लगाने में जुटी हुई है। अगर यह प्रयोग सफल रहता है तो यह ओरल वैक्सीन की तरह काम करेगी।
-130 डिग्री पर वैक्सीन स्टोर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी
वर्तमान में मौजूद mRNA वैक्सीन को स्टोर करने के लिए -130 डिग्री तापमान और ड्राय आइस की जरूरत होती है। ऐसे रखरखाव के कारण वैक्सीन की महंगी पड़ती है और ग्रामीण क्षेत्रों में इसे पहुंचाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन वैक्सीन वाले पौधों को आसानी से विकसित किया जा सकेगा। यह लम्बी दूरी तय कर सकेगा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्षअखिलेश यादव की अनुमति से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्त्तम पटेल की संस्तुति पर प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी छात्र सभा दिग्विजय सिंह ‘देव’ द्वारा विजय सैनी ‘भगत’ को समाजवादी छात्र सभा लखनऊ उ0प्र0 की लखनऊ जिले कार्यकारिणी में जिला उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया।
इस मौके पर समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष जय सिंह जयंत जी महासचिव शब्बीर खान साहब समाजवादी छात्र सभा लखनऊ के जिलाध्यक्ष महेन्द्र यादव जी की उपस्थिति रही।
कानपुर में बड़ा चौराहा स्थित शापिंग मॉल जेड स्क्वायर को बुधवार सुबह सील कर दिया गया है। नगर निगम के अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर सीलिंग की कार्रवाई की है। शापिंग मॉल पर13.36 करोड़ गृहकर और 12.50 करोड़ जलकर-सीवरकर बकाया है।
अपर नगर आयुक्त अरविंद राय ने बताया कि मॉल पर 13.36 करोड़ गृहकर और 12.50 करोड़ जलकर बकाया है। कई बार नोटिस दिए जाने पर भी जब टैक्स जमा नहीं किया गया तो नगर निगम अधिनियम 1959 के तहत सीलिंग की कार्रवाई की गई है।
कानपुर का सबसे बड़ा मॉल जेड स्क्वायर सील, साढ़े 26 करोड़ गृह और जलकर बकाया
अचानक हुई कार्रवाई से मॉल प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। मॉल के सभी गेटों को सील कर दिया गया है, मॉल के अंदर के कर्मचारियों को बाहर निकलने के लिए एक गेट को खुला छोड़ा गया है। बाकि किसी के भी प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
बताते चलें कि यह शहर का सबसे बड़ा मॉल है। मॉल पर कुल 26.50 करोड़ टैक्स बकाया है। नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन के आदेश पर नगर निगम और पुलिस की टीम जब मॉल को सील करने पहुंची तब वहां काम करने वाले कई कर्मचारी आ चुके थे।
टीम ने सीलिंग की कार्रवाई से पहले सभी को बाहर निकाला। अपर नगर आयुक्त अरविंद राय ने बताया कि मॉल पर 13.36 करोड़ गृहकर और 12.50 करोड़ जलकर बकाया है। कई बार नोटिस दिए जाने पर भी जब टैक्स जमा नहीं किया गया तो नगर निगम अधिनियम 1959 के तहत सीलिंग की कार्रवाई की गई है। यदि जमा नहीं किया तो कुर्की की कार्रवाई हो सकती है। इस दौरान अपर नगर आयुक्त रोली गुप्ता और प्रवर्तन के अधिकारी मौजूद रहे।
दो दिन में बंद हो सकती है पानी और सीवर की लाइन
जलकल के जीएम नीरज गौड़ ने बताया कि 12.50 करोड़ जल और सीवर कर बकाया है। अगर दो दिन के भीतर मॉल प्रशासन ने कर जमा नहीं किया तो मॉल के भीतर पानी की सप्लाई और सीवर की लाइन बंद कर दी जाएगी।
दुकानें, मल्टीप्लेक्स और रेस्टोरेंट से है मॉल की शान
मॉल के अंदर देशी और विदेशी ब्रांडों के कपड़े एवं अन्य सामानों की दुकानें, रेस्टोरेंट और मल्टीप्लेक्स हैं। रोजाना शहर के तकरीबन 10 हजार लोग मॉल में शॉपिंग, पार्टी या फिल्म देखने के लिए आते हैं।
Kanpur’s Biggest Shopping Mall Sealed Over ₹ 13 Crore Unpaid Tax
Kanpur: A civic body official said they sealed the Z Square Mall’s gates and notices were pasted on all of them to deposit tax dues.
The Kanpur Municipal Corporation on Wednesday sealed Z Square Mall, the city’s biggest shopping centre at the posh Mall Road, for not depositing property tax to the tune of over ₹ 13 crore, officials said.
KMC’s Zonal Officer Rajesh Kumar Gupta told PTI that the shopping mall was sealed for not paying the civic body’s dues of ₹ 13,36,24,712 that comprises property tax of ₹ 10,44,88,848 and the interest of ₹ 2,91,35,864.
“Z Square Shopping Mall’s Managing Director Tahir Husain owes ₹ 13.36 crore as property tax, which was not paid in the last several years even after several notices were served,” he added.
Following the instruction of the Municipal Commissioner, Shivasharanappa GN, a KMC team headed by Additional Municipal Commissioners Arvind Rai and Roli Gupta, along with other teams members reached the mall and sealed it.
Elaborating further, Mr Gupta said the KMC team sealed mall’s gates and notices were pasted on all of them to deposit tax dues.Some portion of the mall was left open to allow insiders to go out and the remaining part was sealed.
Earlier too, Kanpur Mayor Pramila Pandey
had got the mall sealed but it reopened after its management cleared a part of the dues and also assured
the KMC that it would pay the balance amount at the earliest.
वृन्दावन(वि.प्र.)नगर में 24 अगस्त को प्रसिद्ध सिने तारिका तथा मथुरा से सांसद हेमा मालिनी
द्वारा रघोत्तम शुक्ल व शारदा शुक्ला द्वारा रचित पुस्तक ‘गीता सुधा संगम’का लोकार्पण किया गया,जो श्रीमद्भगवद्गीता का हिन्दी व अंग्रेजी पद्य में सरस अनुवाद है।यह अनुवाद दोनों भाषावों के तुकान्त एवं लयमय छन्दों में किया गया है और इसमें संस्कृत के श्लोकों का मूल पाठ भी दिया गया है।श्री शुक्ल उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के वर्ष 2017 के ‘सुब्रह्मण्य भारती’ पुरस्कार से राज्यपाल द्वारा सम्मानित हो चुके हैं और उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं,जिनमें मुख्य हैं ‘गीत गोविन्द’ ‘शिव स्तवन’ ‘सचित्र रामायण सार ‘ गीता दोहन’ ‘युग द्रष्टा दीन दयाल उपाध्याय’ आदि। सुश्री शारदा शुक्ला इस पुस्तक के अतिरिक्त ‘कलम की काॅकटेल’ की भी लेखिका हैं। वे ‘ई टीवी’ की ऐंकर रह चुकी हैं तथा ‘आई बी एन -7’ व ‘आज तक’टीवी चैनलों में अधिकारी रही हैं। दोनों रचनाकार कई बड़े समाचार पत्रों के स्तम्भ लेखक भी हैं।कार्यक्रम हेमा मालिनी जी के वृन्दावन की ओमेक्स सिटी स्थित उनके आवास पर सम्पन्न हुवा।कोविद के संयमों के चलते समारोह को वृहद् रूप नहीं दिया गय;,फिर भी वरिष्ठ साहित्यकारों और पत्रकारों ने अवसर की शोभा बढ़ाई।हेमा मालिनी ने तत्समय कृति को सरसरी तौर पर देखा और रचना धर्मिता की प्रशंसा की।लेखक द्वय ने ग्रंथ की विषयवस्तु और उद्येश्यों पर पर प्रकाश डाला।लोकार्पण का संयोजन वरिष्ठ टी वी पत्रकार नितिन गौतम ने और छायांकन विजय शुक्ल ने किया।
—————लोकार्पण:गीता सुधा संगम—‐———-
वृन्दावन(वि.प्र.)नगर में 24 अगस्त को प्रसिद्ध सिने तारिका तथा मथुरा से सांसद हेमा मालिनी द्वारा रघोत्तम शुक्ल व शारदा शुक्ला द्वारा रचित पुस्तक ‘गीता सुधा संगम’का लोकार्पण किया गया,जो श्रीमद्भगवद्गीता का हिन्दी व अंग्रेजी पद्य में सरस अनुवाद है।यह अनुवाद दोनों भाषावों के तुकान्त एवं लयमय छन्दों में किया गया है और इसमें संस्कृत के श्लोकों का मूल पाठ भी दिया गया है।श्री शुक्ल उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के वर्ष 2017 के ‘सुब्रह्मण्य भारती’ पुरस्कार से राज्यपाल द्वारा सम्मानित हो चुके हैं और उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं,जिनमें मुख्य हैं ‘गीत गोविन्द’ ‘शिव स्तवन’ ‘सचित्र रामायण सार ‘ गीता दोहन’ ‘युग द्रष्टा दीन दयाल उपाध्याय’ आदि। सुश्री शारदा शुक्ला इस पुस्तक के अतिरिक्त ‘कलम की काॅकटेल’ की भी लेखिका हैं। वे ‘ई टीवी’ की ऐंकर रह चुकी हैं तथा ‘आई बी एन -7’ व ‘आज तक’टीवी चैनलों में अधिकारी रही हैं। दोनों रचनाकार कई बड़े समाचार पत्रों के स्तम्भ लेखक भी हैं।कार्यक्रम हेमा मालिनी जी के वृन्दावन की ओमेक्स सिटी स्थित उनके आवास पर सम्पन्न हुवा।कोविद के संयमों के चलते समारोह को वृहद् रूप नहीं दिया गय;,फिर भी वरिष्ठ साहित्यकारों और पत्रकारों ने अवसर की शोभा बढ़ाई।हेमा मालिनी ने तत्समय कृति को सरसरी तौर पर देखा और रचना धर्मिता की प्रशंसा की।लेखक द्वय ने ग्रंथ की विषयवस्तु और उद्येश्यों पर पर प्रकाश डाला।लोकार्पण का संयोजन वरिष्ठ टी वी पत्रकार नितिन गौतम ने और छायांकन विजय शुक्ल ने किया।