कांगड़ा में गहरी खाई में गिरी स्कूल बस, 27 बच्चों समेत 30 लोगों की मौत
परिजनों की चीख-पुकारों से गूूंज उठा अस्पताल, चारों तरफ छाया मातम का माहौल
3.15 बजे हुए इस हादसे के बाद एक-एक करके जब गाड़ियों में भरकर बच्चों को लाया गया तो चेली क्षेत्र अस्पताल
घटनास्थल तथा अस्पताल परिसर में अपने-अपने बच्चों की सलामती की दुआ करते परिजन उस समय सिहर उठते थे, जब उनके सामने उनके बच्चों को चिकित्सक मृतक घोषित कर रहे थे। हादसे में कई घरों के तो इकलौते चिराग ही बुझ गए।
कुछ बच्चों का स्कूल में पहला तो कुछेक का दूसरा और तीसरा दिन ही था। बच्चों के शव सिविल अस्पताल नूरपुर के शवगृह में रखे गए हैं। मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक बड़ा हादसा हुआ है। यहां एक स्कूल बस के खाई में गिरने से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, इनमें 27 बच्चे हैं। सोमवार शाम 3.30 बजे नूरपुर के मलकपुर इलाके में बस 300 फीट गहरी खाई में गिर गई। स्कूल बस में ज्यादातर बच्चे सवार थे। मृतकों में दो स्कूल टीचर और बस का ड्राइवर भी शामिल है।
गंभीर रूप से जख्मी कम से कम 13 लोगों को पठानकोट के एक अस्पताल ले जाया गया , जहां एक व्यक्ति की मौत हो गयी। बस में 40-45 लोग सवार थे और मरने वालों में ज्यादातर प्राथमिक कक्षाओं के बच्चे थे , जिनकी उम्र दस साल से कम थी।
ड्राइवर ने खोया नियंत्रणचालक का बस पर नियंत्रण नहीं रहा और वह सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर गई। खबर मिलते ही बच्चों के परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए। पूरे इलाके में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, ‘कांगड़ा में बस दुर्घटना में हुई मौतों से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ है, जिन्होंने हादसे में अपनों को खोया है।’ उधर, राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दुख व्यक्त करते हुए दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है।