बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानी चमकी बुखार कहर है. अब तक 129 बच्चे अपनी जान गंवा चुके हैं. हाहाकार के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को मुजफ्फरपुर का दौरा किया. नीतीश मरीजों का हाल जानने के लिए श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) पहुंचे, लेकिन वहां उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. बाहर खड़े लोगों ने ‘नीतीश गो बैक’ के नारे लगाए और उन्हें काला झंडा भी दिखाया. सीएम के दौरे के वक्त ही SKMCH में चमकी बुखार से एक और बच्चे ने दम तोड़ा है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी बच्चों की मौत के 17 दिन बाद स्थिति का जायजा लेने यहां पहुंचे थे. सीएम SKMCH अस्पताल पहुंचकर मृत बच्चों के माता-पिता से मिल रहे थे और इंसेफेलाइटिस पीड़ित बच्चों का भी हालचाल पूछ रहे हैं. हालांकि, सीएम के दौरे को लेकर पहले से ही विरोध की आशंका थी जिसको लेकर SKMCH अस्पताल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे बावजूद इसके लोगों ने परिसर के बाहर जमकर नारेबाजी की.
मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से राज्य में हो रही मौतों पर बीजेपी सांसद अजय निषाद का बेतुका बयान सामने आया है. निषाद ने कहा कि चमकी बुखार के लिए 4जी जिम्मेदार है. इसकी वजह से मौतें हो रही हैं. बीजेपी सांसद ने गांव, गर्मी, गरीबी और गंदगी को 4g बताया. उन्होंने कहा कि अति पिछड़ा समाज के लोग इस बीमारी से ताल्लुक हैं. उनका रहन-सहन नीचे है. बच्चे बीमार हैं.
बिहार में चमकी बुखार यानी एईएस (AES) का कहर लगातार जारी है. इस बीमारी से राज्य भर में अब तक 132 बच्चों की मौत हो चुकी है. हालांकि सरकारी आंकड़ों में यह संख्या 105 बताई जा रही है.
#UPDATE Death toll due to Acute Encephalitis Syndrome (AES) in Muzaffarpur rises to 108; 89 in Sri Krishna Medical College and Hospital and 19 in Kejriwal Hospital https://t.co/NBI1u9vYCY
— ANI (@ANI) June 18, 2019
मंगलवार को सीएम के दौरे से ठीक पहले मुजफ्फरपुर के SKMCH अस्पताल में 3 और बच्चों की मौत होने की खबर है. जिले में पिछले 17 दिनों से एईएस का कहर लगातार जारी है और इस बीमारी से मुजफ्फरपुर समेत राज्य के 12 जिले प्रभावित हैं.