छात्र अगर परीक्षा की तारीख मिस करता है तो उसे दूसरा चांस भी मिल सकता है.नेट की परीक्षा साल में एक बार दिसंबर में होगी. वहीं जेईई मेन्स की परीक्षा साल में दो बार होगी. नीट की परीक्षा भी फरवरी और मई में दो बार होगी. दोनों परीक्षाओं में से बेस्ट स्कोर के आधार पर एडमिशन होगा.
हर एग्जाम चार-पांच दिनों तक होगा. छात्रों के पास परीक्षा की तारीख चुनने की सुविधा होगी. परीक्षा के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा. कोई छात्र अगर परीक्षा की तारीख मिस करता है तो उसे दूसरा चांस भी मिल सकता है.
एनटीए ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के लिए टेस्ट प्रैक्टिस सेंटर की स्थापना करेगा, ताकि टेस्ट से पहले सभी को अभ्यास करने के लिए पर्याप्त अवसर मिल सके. जिन स्कूल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में कम्प्यूटर सेंटर हैं अगस्त के तीसरे सप्ताह से उन्हें शनिवार, रविवार को खुला रखा जाएगा. कोई भी छात्र यहां निशुल्क प्रशिक्षण ले सकेगा.
इससे पहले केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) इन परीक्षाओं का आयोजन करती थी.मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) और जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) को साल में दो बार कराए जाने को हरी झंडी दे दी है केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NAT) नीट (NEET), जेईई मेंस (JEE Mains) और नेट (NET) का आयोजन कराएगी.
मानव संसाधन विकास मंत्री ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अपना काम शुरू कर दिया है. भारत की परीक्षा प्रणाली को विदेशों की तरह पारदर्शी बनाने के लिए सभी परीक्षाओं को कम्प्यूटर के जरिए लेने का निर्णय लिया गया है. पाठ्यक्रम, फीस और भाषाओं में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं
JEE Mains जनवरी और अप्रैल 2019
समय पर परीक्षा के परिणाम सुनिश्चित करने के लिए परीक्षाओं में अत्यधिक सुरक्षित आईटी सॉफ्टवेयर और एन्क्रिप्शन का उपयोग किया जाएगा.