जेट एयरवेज (Jet Airways) ने आपातकालीन मदद नहीं मिलने के बाद अपने सभी ऑपरेशंस पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी है.
20 हजार नौकरियों पर गहराया संकट, इमरजेंसी फंड ना होना रही वजह
जेट एयरवेज (Jet Crisis) का यह फैसला ऋणदाताओं द्वारा जेट के अतिरिक्त धन के अनुरोध को अस्वीकार करने के बाद सामने आया है. ऋणदाताओं ने जेट को 400 करोड़ रुपये का इमरजेंसी फंड देने से इनकार कर दिया था. बता दें कि 25 साल पुरानी इस एयरलाइन कंपनी पर 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है. अगर कंपनी बंद होती है तो 20 हजार लोगों की नौकरी चली जाएगी. बता दें कि एयरलाइन ने पहले ही 18 अप्रैल तक अपने सभी अंतरराष्ट्रीय संचालन को निलंबित कर दिया था.