जेल में पिटते-पिटते सुबह हो जाती थी रो पड़ीं साध्‍वी प्रज्ञा

मैं नेतागिरी करने नहीं आई हूं, मैं धर्म युद्ध करने आई हूं. मेरा नाम स्वामी पूर्णचेतना है

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मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से बीजेपी का प्रत्‍याशी घोषित होने के बाद साध्‍वी प्रज्ञा ठाकुर ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. जेल में कथित यातनाओं के बारे में बताते-बताते रो पड़ीं. साध्‍वी प्रज्ञा ने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘वो (जेल अधिकारी) कहलवाना चाहते थे कि मैंने विस्‍फोट (मालेगांव धमाका मामला) किया है और मुस्लिमों को मारा है. सुबह हो जाती थी पिटते-पिटते. पीटने वाले लोग बदल जाते थे, लेकिन पिटने वाली मैं सिर्फ अकेली रहती थी.’

दिग्विजय सिंह ने ना जाने मुझसे किसका बदला लिया है. विधर्मी और देशद्रोही लोगों ने मुझे टारगेट किया लेकिन हमेशा देशहित की बात और काम किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि षड्यंत्र के मुख्य सूत्रधार दिग्विजय सिंह हैं.

साध्वी ने यह भी कहा कि” मैं नेतागिरी करने नहीं आई हूं, मैं धर्म युद्ध करने आई हूं. मेरा नाम स्वामी पूर्णचेतना है” इसलिए मैं चेतना जगाने आई हूं. ये सब बाते प्रज्ञा ठाकुर ने भोपाल के हुजूर विधानसभा में एक बैठक के दौरान बोल रहीं थीं.

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