योगी आदित्यनाथ ने जांच सीबीआई से कराने का फैसला किया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया।
मामला पिछले साल 4 जून का है। कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज कराई गई। आरोप है कि 3 अप्रैल को विधायक के भाई अतुल ने विक्टिम पर केस वापस लेने का दबाव बनाया। 8 अप्रैल को पीड़िता के परिवार ने सीएम हाउस के सामने आत्मदाह की कोशिश की। पुलिस ने बचाया 9 अप्रैल को विक्टिम के पिता की उन्नाव जेल में मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि मृतक के शरीर पर चोट के 14 निशान थे। माखी थाने के एसओ समेत 6 कॉन्स्टेबल को सस्पेंड किया गया। आरोपी विधायक के भाई अतुल समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है।
इस मामले को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी योगी सरकार की आलोचना कर रही हैं।