सात समुन्दर पार से भी गरीबों के लिये धड़कता है दिल”…
सात समंदर पार से भी पंजाब के रघुवीर सिंह के दिल में छलकता है देश के लिए दर्द…इसलिए बिना सोचे मदद के लिए अकसर हाथ बढ़ा देते हैं…रघुवीर सिंह यूं तो कनाडा में रहते हैं…जहां की उन्हें नागरिकता भी प्राप्त है…लेकिन रघुवीर सिंह को हिमाचल से भी गहरा लगाव है…वो इसलिए की उनके एक रिश्तेदार मंडी जिले के छोड़े के कस्बे लड़ भड़ोल में रहते हैं…और वो अकसर यहां आते रहते हैं….यहीं वजह है…कि यहां के युवा भी उन्हें काफी पसंद करते हैं…
और उन्हें अपना आइडल मानते हैं…बात अगर रघुवीर सिंह की समाज सेवा की जाए तो कई किस्से सुनने को मिलते हैं..
.करीब एक साल से रघुवीर सिंह जोगिंद्रनगर की लगाणा पंचयात के क्योना गांव की रहने वाली सुषमा को हर महीने 1500 रुपए बतौर पेंशन दे रहे हैं…ताकी उनके परिवार को आर्थिक मदद मिल सके….दरअसल सुषमा के पति की तीन साल मृत्यु हो गई….सुषमा दो बच्चे हैं…सुषमा के पास कमाई का कोई जरिए नहीं था…इसलिए रघुवीर सिंह ने सुषमा की मदद का फैसला लिया…ये तो बात थी सुषमा की मदद की.
..”हाल ही में रघुवीर सिंह के किसी दोस्त ने उन्हें बताया कि लड़भड़ोल के ढुघ गांव के पान सिंह का लड़का दिव्यांग है…और उनके परिवार की आर्थिक स्थिती भी ठिक नहीं…फिर क्या था…रघुवीर सिंह ने बिना सोचे समझे दिव्यांग की मदद के लिए हाथ बढ़ा दिए और उसके इलाज का खर्चा खुद उठाने का फैसला लिया…ये कहना गलत नहीं होगा…कि रघुवीर सिंह इंसानियत की जीती जागती मिसाल हैं…”