हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के लडभडोल क्षेत्र के सायबर योग गुरु धर्म सिंह सकलानी से जिन्होंने सायबर योग नामक एक सरलतम योग पद्धति की रचना कीऔर लाखों लोगों को योग के समीप लेकर आये।
लॉक डाउन में फंसे लोगों को वह घरों में ही योगासन हर रोज लाइव करके बता रहे हैं कि लोग किस तरह से लाकड़ौन में कर रहे हैं और अपने शरीर को भी स्वस्थ रखें योग के माध्यम से वह हर रोज योगा सन करा रहे हैं
मूल रूप से मंडी जिले की तहसील लडभड़ोल के गाँव मगडोल के (खद्दर पंचायत) निवासी धर्म सिंह सकलानी जी कई वर्षों से दिल्ली में रहते हैं।
धर्म सिंह लगभग 18 वर्ष पूर्व स्वयं योग से जुड़े थे :-
और इसके अद्भुत परिणामों से प्रभावित होकर इन्होंने योग को जन जन तक पहुँचाने का प्रयास प्रारंभ किया। इन्होंने पहचाना कि भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास समय का बहुत अभाव है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए इन्होंने ऐसे कुछ सरल अभ्यास बताने शुरू किये, जिन्हें कोई भी अपनी व्यस्त दिनचर्या में आसानी से शामिल कर सकता है। इनके द्वारा बताए गए योग अभ्यासों का अनुसरण करते हुए हजारों की संख्या में लोगों ने कई तरह के रोगों से छुटकारा पाया है। अनगिनत लोगों ने तनावमुक्त और स्वस्थ जीवन के लिए सायबर योग के अभ्यासों को अपनाया है।
साइबर योग गुरु धर्म सिंह इन दिनों अपने गांव में है।ओर सोसल डिस्टेंसिग के नियमों को पालन करते हुए यहाँ गाँव से भी योग के विस्तार कार्यक्रम को इन्होंने जारी रखा है। इंटरनेट के माध्यम से कई चैनलो पर प्रातःकाल ये लाइव प्रसारित होते हैं और साथ ही सोशल मीडिया के फेसबुक जैसे मंचो पर भी आप इन्हें लाइव प्राणायाम करते हुए देख सकते हैं।
इनका कहना है कि कोरोना ऊंच नीच के भेदभाव से परे किसी भी शरीर पर आक्रमण कर सकता है। पहल तो ऐसे किसी हमले से बचे रहना ही समझदारी है लेकिन यदि शरीर पर कोरोना का हमला हो जाता है तो योग ही सबसे बड़ा हथियार है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमताओं को बढ़ा सकता है।
योग गुरु धर्म सिंह बताते हैं कि ऐसे समय में हमें नाड़ी शुद्धि प्राणायाम भस्त्रिका ,प्राणायाम कपालभाति, उद्र विकास शक्ति बडीप ब्रीथिंग, अग्निसार व भ्रमरी भ्र जैसे प्राणायाम अपनाने चाहियें जो निश्चित ही हमारे मददगार सिद्ध होंगे।
बताए गए आसनों की विधि को समझने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से इनसे जुड़ा भी जा सकता है। योग गुरु धर्म सिंह सकलानी फेसबुक पर सुबह 8:30 बजे लोगों से लाइव जुड़ते हैं। इस दौरान हर आयु वर्ग के लोग इनके साथ प्राणायाम करते हैं व अपने प्रश्न पूछते हैं।