मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जस्टिस लोया की मौत पर एसआईटी गठित न करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को ऐतिहासिक फैसला बताया है।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस लोया की मौत को प्राकृतिक मौत बताया है और एसआईटी के गठन से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले को लेकर प्रेस वार्ता की थी और 150 सांसदों के साथ माननीय राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा था, जो आज सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद वे बेनकाब हुए है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पब्लिक इंटरस्ट लिटिगेशन को पॉलिटिकल इंटरस्ट लिटिगेशन के रूप में प्रयोग किया है। इसकी सख्त से सख्त भ्रत्सना की जानी चाहिए।
मनोहर लाल, मुख्यमंत्री।