Home SPIRITUAL Page 12

SPIRITUAL

Aksaya Tritya - Candana Yatra 18 Apr (Wednesday) Candana yatra starts on the third lunar day of the waxing moon of Vaisakha month, and continues for twenty days. Lord Jagannatha gave direct instructions to King Indradyumna to perform this festival at this time. Smearing the body of the Lord with ointments is an act of devotion, and the best of ointments is sandalwood...
-🙏 आज ही के दिन माँ गंगा का अवतरण धरती पर हुआ था । 🙏-महर्षी परशुराम का जन्म आज ही के दिन हुआ था । 🙏-माँ अन्नपूर्णा का जन्म भी आज ही के दिन हुआ था 🙏-द्रोपदी को चीरहरण से कृष्ण ने आज ही के दिन बचाया था । 🙏- कृष्ण और सुदामा का मिलन आज ही के दिन हुआ था । 🙏- कुबेर को...
रीमद् भगवद्-गीता 1.4 “अत्र श्रूरा महेष्वासा भीमार्जुनसमा युधि | युयुधानो विराटश्र्च द्रुपदश्र्च महारथः || ४ ||” अनुवाद इस सेना में भीम तथा अर्जुन के समान युद्ध करने वाले अनेक वीर धनुर्धर हैं – यथा महारथी युयुधान, विराट तथा द्रुपद । तात्पर्य यद्यपि युद्धकला में द्रोणाचार्य की महान शक्ति के समक्ष धृष्टदयुम्न महत्त्वपूर्ण बाधक नहीं था किन्तु ऐसे अनेक योद्धा थे जिनसे भय था । दुर्योधन...
नोटों से सजाई गई मां अंबिगई की मूर्ति,तमिल नववर्ष पर दिखाई दी भव्य सजावट| तमिल नाडु में भी चिथिरई महीने में मनाए जाने वाले नए साल के तौर पर इस दिन मां अंबिगई मुथुमरीयाम्मन की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। कोयंबटूर में मां अंबिगई मुथुमरीयाम्मन की एक मूर्ति की विशेष सजावट देखने को मिली। मूर्ति सजावट में किस तरह से...
“ये तु सर्वाणि कर्माणि मयि संन्यस्य मत्पराः | अनन्येनैव योगेन मां ध्यायन्त उपासते || ६ || तेषाम हं समुद्धर्ता मृत्युसंसारसागरात् | भवामि न चिरात्पार्थ मय्यावेशितचेतसाम् || ७ ||” अनुवाद जो अपने सारे कार्यों को मुझमें अर्पित करकेतथा अविचलित भाव से मेरी भक्ति करते हुए मेरी पूजा करते हैं और अपनेचित्तों को मुझ पर स्थिर करके निरन्तर मेरा ध्यान करते हैं, उनके लिए हेपार्थ! मैं...
श्रीमद् भगवद गीता - 2.40 “ नेहाभिक्रमनाशोऽस्ति प्रत्यवायो न विद्यते | स्वल्पमप्यस्य धर्मस्य त्रायते महतो भयात् || ४० || ” अनुवाद इस प्रयास में न तो हानि होती है न ही ह्रास अपितु इस पथ पर की गई अल्प प्रगति भी महान भय से रक्षा कर सकती है | तात्पर्य कर्म का सर्वोच्च दिव्य गुण है, कृष्णभावनामृत में कर्म या इन्द्रियतृप्ति की आशा न करके...
कालिदास बोले :- माते पानी पिला दीजिए बङा पुण्य होगा. स्त्री बोली :- बेटा मैं तुम्हें जानती नहीं. अपना परिचय दो। मैं अवश्य पानी पिला दूंगी। कालीदास ने कहा :- मैं पथिक हूँ, कृपया पानी पिला दें। स्त्री बोली :- तुम पथिक कैसे हो सकते हो, पथिक तो केवल दो ही हैं सूर्य व चन्द्रमा, जो कभी रुकते नहीं हमेशा चलते रहते। तुम...
🍀विचार पुष्प...🖋 अगर किसी परिस्थिति के लिए...आपके पास सही शब्द नहीं है तो,....सिर्फ मुस्कुरा दीजिये ! शब्द उलझा सकते है पर... मुस्कुराहट हमेशा काम कर जाती है । ✍🏼✍🏼 💐सुप्रभात....💐 🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
(((भगवान का भरोसा))) एक आदमी ने दुकानदार से पूछा - केले और सेवफल क्या भाव लगाऐ हैं ? केले 50 रु.दर्जन और सेब 80 रु. किलो । उसी समय एक गरीब सी औरत दुकान में आयी और बोली मुझे एक किलो सेब और एक दर्जन केले चाहिये - क्या भाव है भैया ? दुकानदार: केले 5 रु दर्जन और सेब 25...
एक गाँव में एक स्वर्णकार परिवार रहता था, उसकी ख्याति दूर दूर तक फैली थी। . एक बार वहाँ के राजा ने उसे चर्चा पर बुलाया। काफी देर चर्चा के बाद राजा ने कहा – . “महाशय, आप बहुत बड़े सेठ है, इतना बड़ा कारोबार है पर आपका लड़का इतना मूर्ख क्यों है ? उसे भी कुछ सिखायें। . उसे तो सोने चांदी में मूल्यवान...

MOST POPULAR

HOT NEWS