हिमाचल प्रदेश में भी अलर्ट, सार्वजनिक जगहों पर होगी पर्यटकों की जांच
निपाह से बचने के लिए
निपाह से संक्रमित व्यक्ति में आम संक्रमण जैसे तेज बुखार, सिरदर्द, बदनदर्द और सर्दी-जुकाम जैसे ही लक्षण नजर आते हैं, जिससे इससे संक्रमितों को पहचानना मुश्किल हो जाता है. हिमाचल प्रदेश में निपाह वायरस से संक्रमण का कोई भी मामला अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन पर्यटन सीजन के दौरान इस तरह की किसी भी आशंका को दूर करने के लिए कुल्लू जिला प्रशासन सावधानी बरत रहा है. निपाह से निपटने के लिए हिमाचल सरकार अभी से तैयारियों में जुट गई है. बुधवार को कुल्लू में प्रशासनिक अधिकारियों की निपाह वायरस को लेकर बैठक की गई.
बैठक के बात सहायक आयुक्त सन्नी शर्मा ने बताया कि पर्यटन सीजन के दौरान कुल्लू-मनाली में बड़ी संख्या में देश-विदेश के पर्यटकों की आवाजाही रहती है. इस दौरान दक्षिण भारत के राज्यों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं. उन्होंने बताया कि निपाह वायरस को लेकर एयरपोर्ट, वोल्वो बस, रेलवे स्टेशन पर जांच की व्यवस्था की गई है. उन्होंने पर्यटन, परिवहन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से निपाह से निपटने की अपील की है.
केरल राज्य में चमगादड़ों के जूठे फलों के माध्यम से मनुष्यों में पहुंचा है. निपाह से संक्रमित व्यक्ति में आम संक्रमण जैसे तेज बुखार, सिरदर्द, बदनदर्द और सर्दी-जुकाम जैसे ही लक्षण नजर आते हैं, जिससे इससे संक्रमितों को पहचानना मुश्किल हो जाता है. कुल्लू जिले में किसी भी तरह के संक्रमण से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास पूरे प्रबंध है और निपाह वायरस को लेकर चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं.