समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज विधान परिषद सदस्य राजेश यादव राजू के साथ बाराबंकी जनपद के पूर्व शिक्षक भगौती प्रसाद यादव ने मिलकर अपने बेटे आकाश बख्स यादव के फर्जी एनकाउंटर किए जाने की पुलिसिया साजिश की जानकारी दी। अखिलेश यादव ने राज्य सरकार से फर्जी एनकाउंटर कराने की घटना में शामिल पुलिस कर्मियों पर धारा 307 का मुकदमा कायम करने, पूरी घटना की निष्पक्ष जांच कराए जाने और घायल नौजवान की मदद किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा प्रदेश में पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही है और हर मोर्चे पर विफल सरकार अपनी असफलताएं छुपाने के लिए फर्जी एनकाउंटर का सहारा ले रही है।
भगौती प्रसाद यादव ग्राम पूरे सागर पोस्ट सिद्धौर, बाराबंकी, के निवासी हैं। उनका बेटा आकाश (30वर्ष) एल.एल.बी. का छात्र है और सचिवालय कालोनी के निकट शांति आश्रम से 18 अपै्रल 2018 को बाराबंकी पुलिस ने पूछताछ के लिए उसे उठा लिया था। एक वर्दीधारी पुलिस कर्मी और चार अन्य सादी वर्दी में मौजूद पुलिस कर्मी आकाश को दरियाबाद थाने ले गए। देर रात आकाश के साथ सुनसान इलाके में 19 अपै्रल 2018 को मुठभेड़ की घटना को अंजाम देते हुए फर्जी एनकाउंटर की कोशिश की। आकाश के पैर में गोली लगी है।
अखिलेश यादव को बताया गया कि आकाश पर बाराबंकी में एक भी मुकदमा पंजीकृत नहीं है। पुलिस ने जब आकाश को उठाया तो उसकी पत्नी पूनम ने 100 नं0 पर काल कर शिकायत दर्ज कराई थी जिसका नम्बर पी.19041800230 है। पुलिस ने गोली लगने का समय 04ः15 बजे सुबह बताया है जबकि सीएचसी दरियाबाद में भर्ती का समय 03ः40 मिनट दर्ज है। इस मामले में जो सीओ संलिप्त है वह पहले लखनऊ में भी रह चुका है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी निर्दोष का फर्जी एनकाउंटर एक अमानवीय और गैरकानूनी कृत्य है। पुलिस निरंकुश तरीके से काम नहीं कर सकती है। अपराधी को भी न्यायिक प्रक्रिया से सजा दी जानी चाहिए। इस मौके पर सर्व रामगोविन्द चौधरी, राजेन्द्र चौधरी, शैलेन्द्र यादव ललई, तथा एसआरएस यादव भी उपस्थित थे।