एबीवीपी ABVP अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पंजाब ने पंजाब सरकार द्वारा किए गए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति स्कैम के मुद्दे पर आज एक विरोध प्रदर्शन मार्च निकाला और जांच सीबीआई से या हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया और विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की।
जिसके बाद विधानसभा के बाहर मौजूद चंडीगढ़ पुलिस के जवानों ने प्रदर्शनकारी एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को पीछे खदेड़ दिया और बाद में हिरासत में ले लिया। इस दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं और चंडीगढ़ पुलिस के बीच टकराव भी हुआ और दोनों तरफ से धक्का-मुक्की भी हुई। पंजाब विधानसभा में केंद्रीय कृषि अधिनियमों को लेकर एक विशेष विधानसभा सत्र बुलाया गया है लेकिन इस सत्र के दौरान विधानसभा के बाहर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने पंजाब विधानसभा का घेराव करने के लिए काफी हंगामा किया। दरअसल कुछ दिनों पहले पंजाब में एक स्कॉलरशिप स्कैम की बात सामने आई थी जिसमें एससी स्टूडेंट्स को दिए जाने वाले केंद्र सरकार के स्कॉलरशिप फंड में घोटाले की बात निकली थी और आरोप पंजाब के मंत्री साधु सिंह धर्मसोत पर लगे थे। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कैम की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए-
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पंजाब ने पंजाब सरकार द्वारा किए गए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति स्कैम के मुद्दे पर आज एक विरोध प्रदर्शन यानी मार्च किया। कुछ दिनों पहले हुआ यह घोटाला, जिसमें विभिन्न तत्व सामने आए हैं और कुछ अधिकारियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं कि साधु सिंह धर्मसोत के विभाग ने लगभग 64 करोड़ रुपये का गबन किया है।
एबीवीपी के राज्य सचिव चिरांशु रतन ने कहा कि इन सभी गतिविधियों को देखकर ऐसा लगता है कि राज्य सरकार को छात्रों के हित की कोई चिंता नहीं है। छात्रवृत्ति उन जरूरतमंद और पिछड़े वर्ग के छात्रों को अध्ययन करने के लिए एक समान अवसर प्रदान करती है लेकिन इस छात्रवृत्ति को उड़ाकर कांग्रेस ने एक बार फिर अपनी छात्र विरोधी मानसिकता और एजेंडा दिखाया है।
आगे उन्होंने कहा कि हम पूरे मामले में निष्पक्ष जांच करने का अनुरोध करते हैं और इसमें जो भी दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
स्पष्ट है कि पिछली दो जांचों को प्रभावित करके मंत्री को क्लीन चिट दे दी गई थी। ABVP दोनों निष्कर्षों को नकारती है और उनकी निंदा करती है। पिछले 10 दिनों से कई विरोध प्रदर्शनों और प्रेस कॉन्फ्रेंसों की, हमारी एकमात्र मांग है कि संबंधित मंत्री रहे साधु सिंह धर्मसोत को इस्तीफा देना चाहिए और उच्चस्तरीय बैठक की निगरानी में जांच का आदेश देना चाहिए। न्यायालय के न्यायधीश जैसा कि हमें अपने संविधान और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। परिणाम कुछ भी हो, हम उसे स्वीकार करेंगे।
अगर राज्य सरकार हमारी मांग को नजरअंदाज करती है तो हम अपना आवेदन केंद्रीय मंत्री श्री थावर चंद गहलोत के पास ले जाएंगे और उनसे मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहेंगे।
एबीवीपी पंजाब तब तक अपना संघर्ष जारी रखेगा जब तक कि इस घोटाले का तथ्यात्मक परिणाम सामने नहीं आ जाता। प्रदर्शनकारियों में कुदरतजोत कौर (सीडब्ल्यूसी सदस्य), दीक्षा भनोट, प्रिया शर्मा, पारस रतन मौजूद थे। #ABVP #PUNJAB #ABVPPUNJAB