जाली डिग्री धारी तारिक हुसैन ने अपने आप को पी जी , पी एच डी न्यूक्लियर मेडिसिन , फेलोशिप ऑन्कोलॉजी इमेजिंग लन्दन बताया और जरनैल सूद के साथ पार्टनरशिप करके एस टी मेडिकल इमेजिंग में 2015 से 2019 तक कैंसर मरीजों की जांच करता रहा ।
पत्रकार वार्ता में पीड़ित जरनैल सूद ने बताया कि तारिक हुसैन डॉ परमिंदरके पेट सी टी स्कैन सेंटर में इमेजिंग स्पेशलिस्ट की नौकरी कर रहा था, इस दौरान तारिक व जरनैल की मुलाकात हुई व इन दोनों ने मिलकर पार्टनरशिप में एस टी मेडिकल इमेजिंग सेंटर की शुरुआत करने की योजना बनाई ।
2015 में सेक्टर 73 मोहाली इस पार्टनरशिप इमेजिंग सेंटर की शुरुआत हुई । जरनैल सूद का विचार था कि तारिक डॉक्टर होने के नाते अपने साथी डॉक्टरों से हेल्प लेकर सेंटर को जल्द कामयाब बना देगा ।लेकिन 2019 में एक दिन बैंक से लोन के पेपर्स रिजेक्ट होने पर उनको पता चला कि तारिक की डिग्री फर्जी है, जरनैल के तो पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने 9 अप्रैल2019 को जरनैल ने पुलिस कम्पलेंट एस एस पी मोहाली से मार्क करवा कर इलाका थाना इंडस्ट्रियल एरिया में 1924/S/SSP/ के तहत रजिस्टर करवाई जिस पर आज तक मोहाली पोलिस ने को भी कार्यवाही नही की है ।
डॉ परमिंदर सिंह जिन्होंने तारिक हुसैन को अपने सेंटर में उसकी पी जी इमेजिंग व पी एच डी के चलते बाकी रेडियोग्राफर से अधिक तन्ख्वाह पर रखा हुआ था भी अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं उन्होंने भी जाली डिग्री हासिल तारिक हुसैन के खिलाफ में कम्पलेंट no 2032/p/ssp रजिस्टर करवाई थी लेकिन उस पर भी कोई एक्शन नहीं हुआ है ।
डॉ परमिंदर व जरनैल सूद के अनुसार तारिक हुसैन अपने पॉलिटिकल कनेक्शन के जरिये पोलिस करवाई से बच रहा है व अभी भी 82 सेक्टर मोहाली में एस टी डाइग्नोस्टिक के नाम से कैंसर मरीजों का सेंटर चला रहा है ।
तारिक ने फेक डिग्री के साथ जरनैल के साथ धोखाधड़ी भी की है ,उन्होंने जरनैल सिंह सूद वाला एस टी मेडिकल इमेजिंग सेंटर 73 मोहाली में बंद करवा दिया है ,और स्टाफ को सैलरी भी नहीं दी है व जरनैल व सारे स्टाफ को बेरोजगार बना दिया है #fakedoctor #chandigarh #doctor