नए साल में नई बाते नया काम नए तरीके से करने की बारी है अत्यंत ही शुभ मुहूर्त 2019 ।

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नमस्कार मित्रों!
मैं ज्योतिषाचार्य मानस मुखर्जी आप सभी को नवबर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। 2018 बीत जाने के बाद अब नए साल में नई बाते नया काम और इन्हें नए तरीके से करने की बारी है, और इसके लिए चाहिए अत्यंत ही शुभ मुहूर्त।हर साल की तरह इस साल भी कई ऐसे तिथि हैं जिसमे शुभ मुहूर्त का योग बन रहा है, इसमे से अत्यंत ही शुभ मुहूर्त माना जाता है अमृत शिद्धि योग।
यह योग नक्षत्र एवं वार के संयोग से बनता है। ऐसा कहा जाता है कि इस योग में किए गए सभी कार्य पूर्ण रूप से सफल होते हैं, इसलिए समस्त मांगलिक कार्य के शुभ मुहूर्त के लिए इस योग को प्राथमिकता दी जाती है। इस योग में किसी नए कार्य को प्रारंभ करना भी शुभ माना जाता है। जैसे- व्यापार संबंधी समझौता, नौकरी के लिए आवेदन, ज़मीन, वाहन, एवं स्वर्ण की ख़रीदारी, विदेशगमन आदि।
अमृत शिद्धि योग बनने के मुख्य सात कारण हैं

1. हस्त नक्षत्र यदि रविवार के दिन हो तो अमृत सिद्धि योग बनता है।
2. मृगशिरा नक्षत्र यदि सोमवार के दिन पड़े तो अमृत सिद्धि योग बनता है।
3. अश्विनी नक्षत्र मंगलवार के दिन हो तो अमृत सिद्धि योग बनता है।
4. अनुराधा नक्षत्र बुधवार के दिन हो तो अमृत सिद्धि योग बनता है।
5. पुष्य नक्षत्र यदि गुरुवार के दिन हो तो अमृत सिद्धि योग बनता है।
6. रेवती नक्षत्र यदि शुक्रवार के दिन पड़े तो अमृत सिद्धि योग बनता है।
7. शनिवार के दिन रोहिणी नक्षत्र हो तो अमृत सिद्धि योग बनता है।

चलिए मैं आपको अमृत शिद्धि योग के शुभ तिथि और दिन बात देता हूँ

बुधवार, 02 जनवरी
मंगलवार, 15 जनवरी
बुधवार, 30 जनवरी
शुक्रवार, 08 मार्च
शुक्रवार, 05 अप्रैल
शुक्रवार, 03 मई
सोमवार, 03 जून
गुरुवार, 06 जून
सोमवार, 01 जुलाई
गुरुवार, 04 जुलाई
शनिवार, 27 जुलाई
सोमवार, 29 जुलाई
गुरुवार, 01 अगस्त
रविवार, 04 अगस्त
मंगलवार, 20 अगस्त
शनिवार, 24 अगस्त
रविवार, 01 सितंबर
बुधवार, 04 सितंबर
मंगलवार, 17 सितंबर
शनिवार, 21 सितंबर
रविवार, 29 सितंबर
बुधवार, 02 अक्टूबर
मंगलवार, 15 अक्टूबर
बुधवार, 30 अक्टूबर
बुधवार, 27 नवंबर
शुक्रवार, 06 दिसंबर

पर कुछ ऐसे दिन हैं कि यदि उस दिन अमृत शिद्धि योग बनता है तो उस दिन कुछ कार्य वर्जित होते हैं।
जैसे यदि अमृत सिद्धि योग मंगलवार के दिन पड़े तो गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्यों को करना अशुभ माना गया है। इसी प्रकार यदि यह योग बृहस्पतिवार के दिन पड़े तो शादी-विवाह करना वर्जित माना गया है और शनिवार के दिन इस योग में यात्रा करना उपयुक्त नहीं माना गया है।

धन्यबाद।
श्री गुरुजी (बोकारो, झारखण्ड)

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