पेट्रो उत्पादों पर वैट हटाए सरकारः अकाली दल
चंडीगढ़/10 अक्तूबरः शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि कैप्टन अमरिंदंर सिंह की अगुआई वाली पंजाब सरकार के पास पेट्रोल तथा डीजल पर वैट घटाने का फैसला लेने के लिए भी समय नही है,जिससे इस सरकार के गरीब विरोधी तथा लापरवाह नजरिए की झलक मिलती है। इस संबध में अकाली दल पहले भी अल्टीमेटम दे चुका है कि सरकार के ऐसे व्यवहार से लोगों में रोष लगातार बढ़ रहा है।
तेल कीमतें घटाने को लेकर जिद्दी व्यवहार दर्शाने वाले वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल की निंदा करते हुए पूर्व मंत्री तथा पार्टी के प्रवक्ता सरदार महेश ईंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि सरकार के पास अन्य कोई दूसरा विकल्प नही है, इसको लोगों की मांगों के आगे झुकना ही पड़ेगा। यह कार्य जितना जल्दी हो, उतना ही अच्छा होगा।
सरदार ग्रेवाल ने कहा कि लोगों को ऐसी राहत देने से इनकार करने के लिए मनप्रीत ने अपनी निम्नस्तरीय दलील बना रखी है, जिससे उसकी जनविरोधी तथा गरीब विरोधी मानसिकता की झलक साफ दिखाई देती है। उसकी बेतुकी दलील यह है कि तेल की कीमते घटने से राज्य की आय कम हो जाएगी। उन्होने कहा कि यदि केंद्र सरकार ऐसा दिलेरी भरा कदम उठा सकती है तो मनप्रीत ऐसा करने से क्यों झिझकता है, यह बात समझ से परे है।
अकाली नेता ने मनप्रीत की इस दलील को भी बेतुकी करार दिया है कि कुछ गैर कांग्रेसी सरकारों ने भी पेट्रोल उत्पादों पर टैक्स कम नही किए हैं। उन्होने कहा कि मनप्रीत को दूसरे राज्यों की तरफ नही देखना चाहिए, बल्कि उसे पंजाब के लोगों की फिक्र करनी चाहिए।
सरकार इस बात का इशारा कर चुकी है कि मंत्रिमंडल पेट्रोल उत्पादों पर वैट कम करने के लिए तैयार है, परंतु मनप्रीत द्वारा डाली रूकावट के कारण यह फैसला टाल दिया गया है।
शिअद नेता ने तेल कीमते कम करने के मुद्दे पर मनप्रीत समेत समुचे मंत्रिमंडल पर टालमटोल वाली नीति अपनाते हुए कहा कि अगर मनप्रीत ही अकेली रूकावट था तो मुख्यमंत्री को उसकी छुट्टी कर देनी चाहिए थी। उन्होने कहा कि एक मंत्री को राज्य के लोगों की उम्मीदों के साथ खिलवाड़ करने की आज्ञा नही दी जा सकती।
सरदार ग्रेवाल ने कहा कि पंजाब पेट्रो व डीजल पर सबसे ज्यादा वैट की वसूली कर रहा है, इसीलिए सरकार को लोगों को राहत देने में भी दरियादिली दिखानी चाहिए। पंजाब सरकार को इन दोनों पेट्रोल उत्पादों पर 5रूप्ए प्रति लीटर कम करना चाहिए।
सरदार ग्रेवाल ने मनप्रीत को मशवरा दिया कि वह खुद को एक बड़ा अर्थशास्त्री मानता है, तो राज्य की आमदनी बढ़ाने के लिए वह सिर्फ पेट्रोल व डीजल पर लगाए जा रहे वैट पर निर्भर न रहे, बल्कि इसके लिए कुछ नए तरीके भी ईजाद करे।