अमरोहा.जिले के ढबरासी गांव में बीते एक हफ्ते में करीब 100 अधिक बंदरों की मौत की खबर से हड़कंप
ग्राणीणों ने बंदरों को जहर देकर मारने की आशंका जताई है। बंदरों की मौत का वजह जानने के लिए पशु चिकित्सकों की टीम ने बंदरों का पोस्टमार्टम किया लेकिन पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है जिसके बाद जांच के लिए बरेली लैब भेजा गया है।
उत्तर प्रदेश के अमरोहा में संदिग्ध परिस्थितियों में बंदरों की मौत हो रही है। पिछले नौ दिन के भीतर 170 से अधिक बंदरों की मौत हो चुकी है। वन, पशुपालन एवं स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के तमाम जतन के बाद..रोजाना दस से बारह बंदर मर जाते हैं। बंदरों की मौत से लोग हैरान हैं। वहीं, बंदरों के प्रति आस्था रखने वाले लोगों में रोष भी है, इन्होंने जहर देकर मारने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर ब्रजवीर सिंह ने कहा- यहां बंदरों की काफी तादात है। सारे बंदर पहले अंधेरी बाग में रहते थे बाग कटने के बाद बंदर आबादी वाले क्षेत्र में आ गए हैं। बंदरों के उत्पात से लोग परेशान रहते हैं, लेकिन बंदरों की मौत से ग्रामीण सकते में है। बंदरों की मौत पर टीम गठित की गयी है जिन्होंने बंदरों का पोस्टमार्टम किया है। फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद बंदरों का बिसरा आरवीआई बरेली भेजा गया है। जिससे बंदरों की मौत का सच सामने आ सकेगा। वहीं, जो बंदर बीमार हैं उनका इलाज किया जा रहा है।पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम में यह बात साबित हुई है कि बंदरों का पेट खाली था। यानी मरने से दो तीन दिन पहले से बंदरों ने कुछ खाया नहीं था। बंदर के फेफड़े और लीवर भी खराब मिले हैं। खूनी दस्त से बंदरों की मौत हो रही है। जहर देने की पुष्टि लैब में जांच के बाद ही हो सकेगी।