मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रोहतक में तीसरे कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। करने के उपरांत भारी संख्या में उपस्थित किसानों व अन्य विशिष्ट अतिथियों को संबोंधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के प्रगतिशील एवं जागरूक किसानों व कृषक संगठनों को एक लाख और 51 हजार रूपए व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। मंच पर केंद्रीय कृषि मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला व हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम कर रहे इन किसानों की हौंसला-अफजाई की। हरियाणा के किसानों की आय को दोगुनी करने के लक्ष्य से प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित तीसरे कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन का शनिवार को शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रोहतक के मेला ग्राउंड में इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। प्रदेशभर से आए हजारों किसानों के लिए यह सम्मेलन काफी लाभदायक साबित हो रहा है। मेले में कृषि बाजार पांडाल बता रहा है कि किसानों को अब अपनी चारदीवारी से बाहर निकलकर उत्पाद के लिए सही खरीददार ढूंढना होगा, तभी उसे मेहनत की उचित कीमत मिलेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा का किसान जागरूक एवं उद्यमशिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के हित में अनेक निर्णय सरकार ने लिये है। जबतक हम किसान को जोखिम फ्री नहीं बनायेंगे तब तक किसान सुखी नहीं हो सकता। उन्होंने उपस्थित प्रगतिशील किसानों से अपील की कि वे अपने गांव या आसपास के कम से कम एक प्रगतिशील किसान 10 किसानों को प्रगतिशील व उद्यमी बनाये। उन्होंने कहाक कि सम्मेलन में किसानों के साथ-साथ अन्य कंपनियों व किसान उत्पादक समूहों ने अपने स्टाल लगाये है जो मेले में आने वाले किसानों को आगे बढऩे की निश्चित रूप से प्रेरणा देंगे। मनोहर लाल, मुख्यमंत्री। उन्होंने कहा कि दिल्ली, फरीदाबाद, गुरूग्राम व नोएडा के चार करोड़ से अधिक की जनसंख्या के बाजार पर हरियाणा के किसान की पकड़ हो, इसके लिए पेरी अर्बन कृषि अवधारणा लागू की गई है ताकि इस बाजार में हरियाणा फ्रेस ब्रांड का दूध, फल, फूल, सब्जी, मछली, अण्डा जैसे उत्पादों की बिक्री हो। किसानों की आय कम से कम एक लाख रुपए प्रति एकड़ हो। इस दिशा में कृषि मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ गम्भीरता से कार्य कर रहे है। मनोहर लाल, मुख्यमंत्री।