चिकित्सा सुविधा के साथ मुफ्त एंबुलेंस देने का दावा राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले में ही उत्तर प्रदेश सरकार के लाख दावे बेकार होते नजर आ रहे हैं|
निंदुरा ब्लाक के घुंघटेर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. यहां स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की कीमत दो बेटों को चुकानी पड़ी, पास के ही गांव के रहने वाले पूरन लाल की तबीयत खराब थी|
पूरन लाल के दो बेटे बाबू और बच्चे लाल उन्हें डॉक्टर के पास ले जाना चाहते थे इलाज कराया जा सके लेकिन अस्पताल ले जाने के लिए सरकार की तरफ से दी जाने वाली एम्बुलेंस 108 सेवा न मिलने पर दोनों बेटों ने अपने बीमार पिता को ठेले पर लादकर 5 किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए वहां भी डाक्टर नदारद मिले थक-हारकर वह दोनों अपने पिता को बिना इलाज के ही घर वापस ले आए|
पूरे मामले में बाराबंकी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश चंद्रा ने जांच कराने की बात कही है. सीएमओ ने बताया कि उन्होंने सीएचसी प्रभारी को फटकार लगाते हुए उनसे मामले में स्पष्टीकरण मांगा है.